महिला सरपंच कुंती देवी ने 20 बीघा बंजर भूमि को हरियाली की चादर ओढ़ाई है। उनके सार्थक प्रयासों की अब चहुंओर प्रशंसा हो रही है। महिला सरपंच अन्य ग्राम पंचायतों के जनप्रतिनिधियों के लिए भी प्रेरणास्त्रोत बनी हैं।

अलवर | जिले की मालाखेड़ा पंचायत समिति की मोहब्बतपुर ग्राम पंचायत के बिचपुरी गांव में 20 बीघा चारागाह पर पहले कुछ लोगों ने अतिक्रमण कर रखा था। सरपंच कुंती देवी ने बंजर हो चुकी चारागाह भूमि को अतिक्रमण मुक्तकराकर हरा-भरा करने की पहल की। भूमि पर लगाए कुल 2200 पौधों में नीबू, अमरूद, अंजीर, आंवला, मौसमी, संतरा एवं छायादार पौधे कदंब, नीम, पीपल, बड, शीशम आदि के 1100 पौधे हैं।

सरपंच कुंती देवी ने जलग्रहण विकास एवं भू-संरक्षण विभाग को 20 बीघा बंजर चारागाह को विकसित करने का प्रस्ताव दिया तो विभाग ने प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना 2.00 के अंतर्गत 40.44 लाख रुपए की स्वीकृति जारी की। सबसे पहले अतिक्रमण हटाकर भूमि की तारबंदी कराई। बोरिंग, सोलर पैनल, पानी की टंकी, गार्डरूम और मुख्यद्वार का निर्माण कराया। इसके बाद यहां 1100 फलदार और 1100 छायादार पौधे लगाए गए। एक वर्ष बाद सभी पौधे बड़े हो चुके हैं एवं अमरूद, अंजीर और नीबू आने लगे है। सब्जी की खेती होने लगी है। विभाग की ओर से 5 वर्ष के लिए चौकीदार रखा गया है, जो इस बगीचे की देखरेख करेगा।

ग्राम पंचायत की बढ़ेगी आमदनी
सरपंच कुंती देवी ने बताया कि अब आर्गेनिक सब्जी पैदा की जाएगी। पेड़ों से प्राप्त फल को बेचकर ग्राम पंचायत की आमदनी बढ़ाएंगे, जिससे पंचायत में विकास हो सके।
मिला था मात्र एक प्रस्ताव
जल ग्रहण विकास एवं भू संरक्षण विभाग के अधिशासी अभियंता गुलाव चंद वर्मा ने बताया कि मालाखेड़ा पंचायत समिति से केवल एक प्रस्ताव प्राप्त हुआ था।, जिसके तहत चारागाह को प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना 2.00 के अंतर्गत विकसित कर ड्रिप सिस्टम लगाया।
वहीं सहायक अभियंता भूपेन्द्र मेहरा ने बताते हैं कि स्थानीय प्रशासन के सहयोग से भूमि का अतिक्रमण हटवाना हमारी पहली सफलता थी। इस पूरे विकास कार्य में सरपंच के साथ स्थानीय ग्रामीणों का सहयोग मिला।